सरकार ने अटल भूजल योजना Atal Bhujal Yojana शुरू की, जिसका उद्देश्य भूजल प्रबंधन को सुदृढ़ करना और जल संरक्षण को बढ़ावा देना है। इसे जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत भूजल प्रबंधन और सुधार के लिए शुरू किया गया है।
दोस्तो आज के समय में जैसे जैसे दुनिया प्रगति की ऊँचाइयाँ छू रही है वैसे वैसे हमारी पृथ्वी की समस्याए भी बढ़ रही है जिसमें से आज हम आपको एक गंभीर समस्या के बारे मे बताने जा रहे है जो कि किसी एक देश की नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर खतरा पैदा होता जा रहा है। दुनिया में जल संकट एक बहुत बड़ी चुनौती बन रही है जो कि पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है पूरी दुनिया इस चुनौती से निपटने के लिए अलग अलग उपाय कर रही है।
Atal Bhujal Yojana का भूजल स्तर में कैसे सुधार कर सकते है?
अगर भारत की बात करे तो भारत में भी जल संकट एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। देश के कई हिस्सों में भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है, जिससे कृषि, पेयजल आपूर्ति और आदि उपयोग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
इस लेख में हम आपको अटल भूजल योजना की विशेषताएं, उद्देश्य, कार्य, लाभ और चुनौतियों के बारे मे बात करेंगे।
आइए जानते है अटल भूजल योजना के बारे मे।
अटल भूजल योजना Atal Bhujal Yojana क्या है?
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जल संसाधनों के प्रभावी उपयोग और संरक्षण के प्रबल समर्थक थे। इसीलिए इस योजना का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में रखा गया है, अटल भूजल योजना (ABHY) भारत सरकार की एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसे 25 दिसंबर 2019 को मंजूरी दी गई थी। इसे जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत भूजल प्रबंधन और सुधार के लिए शुरू किया गया है।
इस योजना का उद्देश्य भूजल स्तर में हो रही गिरावट को रोकना और स्थायी जल प्रबंधन सुनिश्चित करना है। यह योजना सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है, जिसमें स्थानीय लोगों को जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
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अटल भूजल योजना Atal Bhujal Yojana के प्रमुख उद्देश्य:
इस योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्न प्रकार से है।
1. भूजल स्तर में सुधार – दोस्तो जैसे कि आजकल लोग पानी को व्यर्थ में बर्बाद कर रहे है तो सरकार ने इसके अत्यधिक प्रयोग को रोककर भूजल स्तर को स्थिर और संतुलित बनाए रखने पर जोर दे रही है।
2. सतत जल प्रबंधन – इसके जरिए सरकार का उद्देश्य भूजल संसाधनों का टिकाऊ और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करना है।
3. सामुदायिक भागीदारी – सामुदायिक भागीदारी का अर्थ है लोगों को भूजल प्रबंधन में सक्रिय रूप से शामिल करना और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना।
4. जल संरक्षण तकनीकों को बढ़ावा देना – इसमे सरकार का मुख्य उद्देश्य वर्षा जल संचयन जैसी तकनीकों को अपनाने और उन्हें प्रोत्साहित करना है, ताकि पानी के दुरुपयोग को रोका जा सके।
5. कृषि में जल उपयोग दक्षता बढ़ाना – दोस्तो जैसे जैसे हमारा देश भारत नई नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग हर क्षेत्र में कर रहा है उसी प्रकार सरकार कृषि क्षेत्र में भी सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों जैसे ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकलर प्रणाली को अपना कर किसानों को कृषि में जल उपयोग दक्षता बढ़ाने पर जोर देने का प्रयास कर रही है।
6. सूचना और संचार तकनीक (ICT) का उपयोग – सरकार जल प्रबंधन के लिए डिजिटल उपकरणों और डेटा का उपयोग कर रही है।

Atal Bhujal Yojana योजना के तहत कार्यान्वयन प्रक्रिया:
दोस्तो अटल भूजल योजना को पांच वर्षों (2020-25) के लिए लागू किया गया है। सरकार ने इसे 6,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ शुरू किया था, जिसमें से 50% विश्व बैंक (world bank) द्वारा वित्तपोषित किया गया था और शेष 50% भारत सरकार द्वारा।
योजना को दो प्रमुख प्रकार में विभाजित किया गया है:
1. संस्थागत सुधार और क्षमता निर्माण:
- पंचायतों और स्थानीय प्रशासन को जल प्रबंधन में सशक्त बनाना।
- जल उपयोग योजनाओं को विकसित करना।
- जल उपयोगकर्ताओं को प्रशिक्षित करना।
2. प्रोत्साहन आधारित निवेश:
- जल संचयन संरचनाओं का निर्माण।
- कृषि में जल उपयोग दक्षता बढ़ाने के लिए अनुदान और प्रोत्साहन।
- जल गुणवत्ता निगरानी और डेटा संग्रह।
किन क्षेत्रों को इस योजना के तहत लक्षित किया गया है:
अटल भूजल योजना निम्नलिखित 7 राज्यों के 78 जिलों में लागू की गई है, जहां भूजल स्तर में गिरावट सबसे अधिक देखी गई है और इन राज्यों के नाम हैं:
- 1. गुजरात
- 2. हरियाणा
- 3. कर्नाटक
- 4. मध्य प्रदेश
- 5. महाराष्ट्र
- 6. राजस्थान
- 7. उत्तर प्रदेश
इन राज्यों के चयन का आधार भूजल स्तर में गिरावट, पानी की कमी, कृषि पर निर्भरता और जल प्रबंधन की आवश्यकता थी।
अटल भूजल योजना Atal Bhujal Yojana के प्रमुख लाभ क्या-क्या है?
- भूजल स्तर में सुधार करना जिससे जल संचयन और जल पुनर्भरण संरचनाओं से भूजल की उपलब्धता में वृद्धि होगी।
- दोस्तो जल की उपलब्धता बढ़ने से सिंचाई बेहतर होगी और इससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा जिससे हमारे किसान भाइयों को लाभ मिलेगा।
- गांवों और कस्बों में पानी की आपूर्ति में सुधार होगा और पेयजल संकट का समाधान होगा।
- दोस्तो जब जल संरक्षण होगा तो उसके साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को संतुलित रखने में मदद मिलेगी।
- जल प्रबंधन परियोजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
- योजना से ग्राम पंचायतों और जल उपभोक्ता स्थानीय समुदायों की भागीदारी भी बढ़ेगी।
लेकिन वो कहते है न दोस्तो की किसी परियोजना का अगर लाभ होगा तो उसमे कुछ चुनौतियाँ भी होंगी तो अब हम आपको अटल जल परियोजना से जुड़ी कुछ चुनौती के बारे मे बताते है:
Atal Bhujal Yojana से जुड़ी चुनौतियाँ:
- सामुदायिक भागीदारी में कमी – दोस्तो जहां पर किसी भी परियोजना की जानकारी नही होगी तो भागीदारी भी कम होगी तो इसीलिए कई स्थानों पर जागरूकता की कमी के कारण लोगों की भागीदारी सीमित है।
- अपर्याप्त वित्त पोषण – जल प्रबंधन संरचनाओं के निर्माण के लिए अधिक वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होती है लेकिन इसकी कमी होने पर इस योजना को लागू करने में बहुत परेशानी हो सकती है।
- पर्याप्त तकनीकी विशेषज्ञता का ज्ञान न होना।
- जलवायु परिवर्तन का प्रभाव – अनियमित वर्षा और बढ़ते तापमान के कारण जल पुनर्भरण प्रभावित हो सकता है।
- योजना के प्रभाव को मापने और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रभावी निगरानी की आवश्यकता है।
दोस्तो जब किसी काम करने पर चुनौतियाँ होती है तो उसके उपाय भी होते है जो कि हमने नीचे बताया है:

Atal Bhujal Yojana की सफलता के लिए आवश्यक उपाय:
- जन जागरूकता अभियान: लोगों को जल संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार अभियान चलाना चाहिए।
- स्थानीय प्रशासन की भागीदारी: गाँवों में पंचायतों और ग्राम समितियों को जल प्रबंधन योजनाओं में सक्रिय रूप से शामिल करना चाहिए।
- गाँवों में किसानों और जल उपभोक्ताओं को आधुनिक जल संरक्षण तकनीकों का प्रशिक्षण देना।
- किसी भी परियोजना को अमल में लाने के लिए उस परियोजना की प्रगति की नियमित निगरानी करना और सुधार के लिए सुझाव देना जरूरी होता है।
- कृषि, पर्यावरण और जल संसाधन विभागों के बीच समन्वय (तालमेल) स्थापित करना होता है।
अटल भूजल योजना Atal Bhujal Yojana जल संरक्षण और भूजल प्रबंधन की दिशा में एक बहुत ही क्रांतिकारी पहल है, यह न केवल गिरते भूजल स्तर को स्थिर करने में मदद करेगी, बल्कि सतत जल प्रबंधन को भी प्रोत्साहित करेगी। दोस्तो यदि अटल भूजल योजना Atal Bhujal Yojana को सही तरीके से लागू किया जाए, तो यह भारत के जल संकट को हल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और जल सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।
इस योजना से हमारी भविष्य की पीढ़ियों को एक सुरक्षित और टिकाऊ जल स्रोत प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिससे भारत जल संकट से निपटने में सक्षम होगा।