Best Breed of Goat in India

दोस्तों  स्वागत आपका  हमारे इस आर्टिकल में। अपने इस लेख में हम आपको बकरो/बकरी Best Breed of Goat in India के चयन बारे में पूरी जानकारी देना चाहते हैं ताकि आप आसानी से अपना व्यवसाय शुरू कर सकें, तो चलिए बात करते हैं कि आप किस बकरी/बकरो का चयन करे कि आप अधिक  मुनाफा कमा सके।

Business idea for Best Breed of Goat in India

दोस्तों आज हर कोई अपना खुद का बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहा है, लेकिन ज्यादा पैसे खर्च करने से डरता है। क्या आप भी किसी नए और रोमांचक उद्यम की तलाश में हैं?
तो आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें आप कम पैसे में भारी मुनाफा कमा सकते हैं।
दोस्तों आज की भाग-दौर भरी जिंदगी में बकरी पालन एक अच्छा या यू कहे कि फायदे का व्यवसाय साबित हो सकता है, लेकिन उसके लिए अच्छी  किस्म/ नसल के बकरी/बकरो (Best Breed of Goat in India) का चयन करना बेहद जरुरी है।  


हमने अपने पिछले आर्टिकल में आपको बकरी पालन के बारे में जानकारी दी थी ।  
लेकिन आज हम आपको जानकारी देंगे की किस नसल की बकरियों का पालन करके आप कम लगत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते है।

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दोस्तों ज्यादातर बकरे और बकरियों की नस्ल (Best Breed of Goat in India) की पहचान उनके मूल इलाकों के नाम से होती हैं. भारत में लगभग 50 से अधिक बकरी की नस्लें हैं। लेकिन बकरियों की इन 50 नस्लों में से  केवल 37 नस्लें को ही  भारत में  मान्यता प्राप्त  हैं।  भारत में बकरियों का उपयोग व्यवसायिक स्तर बहुत अधिक किया जाता है, इन नस्लों को उनके उत्पादन क्षमता, अनुकूलनता और रोग-प्रतिरोधकता क्षमता के आधार पर वर्गीकृत किया गया है।

ऐसे में किस नस्ल की बकरी पालन करने से मुनाफा बढ़ जाए इस बात की जानकारी होनी बेहद जरूरी है।

किस किस्म की नस्ल की बकरी का करे पालन Best Breed of Goat in India:

इन नस्ल की बकरियों का करें पालन, कई गुना बढ़ जाएगा पशुपालकों का मुनाफा:

  1. जमुनापारी बकरी
  2. बीटल बकरी
  3. गूजरी बकरी
  4. बरबरी बकरी
  5. करौली बकरी
  6.  सोजत बकरी
  7.  सानेन बकरी
  8. सिरोही बकरी
  9. उस्मानाबादी बकरी

दोस्तों, यहाँ हमने कुछ अच्छी नस्ल वाली बकरियों (Best Breed of Goat in India) का ज़िक्र किया है जो इस प्रकार की हैं।

1). जमुनापारी बकरी:

इस नस्ल की बकरियों को बिजनेस के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है. जानकारों का कहना है कि इस नस्ल की बकरी कम चारे में अधिक दूध देती है। दोस्तों इस बकरी के मांस में प्रोटीन भी अधिक होता है, इसी वजह से बाजार में इस नस्ल की मांग भी अधिक रहती है.

2). बीटल बकरी:

जमुनापारी बकरी के बाद बात करते है बीटल नस्ल की। इस नस्ल की बकरियों को सबसे ज्यादा पाला जाता है। यह बकरी रोजाना 2 -3 लीटर दूध देती है और इसका मांस भी बाजार में अच्छी कीमत पर बिकता है।

3). गूजरी बकरी

यह बकरी अन्य बकरियों की तुलना में बड़ी होती हैं। इस बकरी  को अजमेर, टोंक, जयपुर, सीकर तथा नागौर जिलों के इलाकों में पाला जाता है. इस नस्ल की बकरियों में दूध देने की छमता भी अधिक होता है। इस नस्ल के बकरों को मांस का भी एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है।

4). बरबरी बकरी:

बरबरी नस्ल की बकरी को मांस का बहुत अच्छा स्त्रोत माना जाता है और ये दूध भी  काफी अच्छी मात्रा में देती है। भारत देश के अलावा अरब देशों जैसे (सऊदी अरब, कतर, यूएई, कुवैत,ईरान और इराक) में भी इस नस्ल के बकरे की डिमांड बहुत रहती है।  इस नस्ल के बकरे को मीट के लिए भी बहुत पसंद किया जाता है। बरबरी नस्ल के बकरे की पहचान इनकी ख़ूबसूरती हैं इसलिए बकरीद पर लोग कुर्बानी के लिए इस नसल के बकरो के मुंह मांगे दाम देते हैं। बरबरी बकरी 13 से 14 महीने में बच्चा देने लायक हो जाती है। इस नसल की बकरियां दो बार बच्चे देती है।

5). करौली बकरी:

दोस्तों करौली नस्ल की बकरी ज्यादातर मीणा समुदाय के लोगो के पास ही मिलती है। यह बकरी भी उन्नत किस्म की बकरियों के नस्लों में शामिल है। यह बकरिया आपको  मान्डरेल, हिंडौन, सपोटरा आदि जगहों पर आसानी से मिल जाएँगी। इसे पालकर भी आप बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.

6). सोजत बकरी Sojat Goat:

सोजत बकरी मूल रूप से राजस्थान जिले से ताल्लुक रखती है. यह दिखने में बेहद सुंदर होती है। सोजत बकरी के मांस की अच्छी खासी कीमत मिल जाती है। मगर सोजत नेसल नसल की बकरी अधिक दूध नहीं देती है।  

7). सानेन बकरी:

सानेन नस्ल (Saanen goat) की बकरी को ‘विश्व की दूध की रानी’ (Milk Queen of the World) वाली बकरी भी कहा जाता है। इस नसल  की बकरी नसल की बकरियों से अधिक दूध देती है । इस नस्ल की बकरियों को पाल कर  आप अपने  व्यवसाय में बहुत अधिक मुनाफा कमा सकते है ।

8). सिरोही बकरी:

 इस नस्ल की बकरियां बहुत तेजी से बढ़ती हैं और इसके अलावा इस नस्ल की बकरियों को पालने में अन्य नस्लों की बकरियों के मुकाबले लागत भी कम आती है । पशुपालक सबसे ज्यादा सिरोही नस्ल की बकरियों को पालते हैं ।

9). उस्मानाबादी बकरी:

दोस्तों अगर आप  बकरी\बकरे के मांस लिए बकरी पालन व्यवसाय  करना चाहते है तो उस्मनाबादी नस्ल की बकरी आपको मालामाल कर सकती है । उस्मानाबादी बकरी की दूध देने की क्षमता बेहद कम होती है, इसलिए इस नस्ल की बकरी का पालन दूध के लिए ना करें ।

    शहरों  में भी  बहुत आराम से पाल सकते हैं बरबरी बकरे:

    CIRG की रिपोर्ट के अनुसार, बरबरी नस्ल को अच्छा चारा खिलाने से इसका वजन 9 महीने में 25 से 30 किलो हो जाता है और एक साल तक इन बकरियों का वेट 40 किलो तक हो सकता है ।

    मंडी में कैसे करें बरबरी नस्ल के बकरे की पहचान ?

    बरबरी नस्ल के बकरे की पहचान:

    • बरबरी नस्ल के बकरे और बकरियों की सबसे बड़ी पहचान उनके कान और रंग हैं.  इस नस्ल के बकरे और बकरियों के कान छोटे होते है जो कि ऊपर उठे हुए और नुकीले होते हैं।
    • बरबरी नस्ल के बकरे और बकरियों के रंग की बात करें तो सफेद रंग की खाल पर भूरे रंग के धब्बे होते हैं।
    • इनकी नाक चपटी और पीछे का हिस्सा भारी होता।

      सीआईआरजी की रिपोर्ट की मानें तो बरबरी नस्ल को अच्छा चारा खिलाने से इसका वजन 9 महीने में 25 से 30 किलो तक हो जाता है और ये एक साल तक ये बकरे/बकरियां 40 किलो तक हो जाता है ।

      दोस्तों इस नस्ल के बकरी/बकरो को गांव ही नहीं शहर में भी बड़े आराम से पाल सकते हैं ।

      सीआईआरजी मानें तो बरबरी नस्ल को शहरी बकरी भी कहा जाता है. अगर आपके आसपास कोई भी घास चराने वाली जगह नहीं है तो आप इसे एक खूंटे से बांधकर भी पाल सकते है।

      दोस्तों बरबरी नस्ल के बकरे देखने में बेहद खूबसूरत होते हैं जिस वजह से बकरी ईद पर इनके मुँह मांगे दाम मिलते है।

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